मॉस्को टाइम्स के अनुसार, सशस्त्र बलों में सैन्य और नागरिक कर्मचारियों की कुल संख्या 1.9 मिलियन से बढ़कर लगभग 2.04 मिलियन हो जाएगी, और सभी अतिरिक्त कर्मचारी सैनिक होंगे, जिसमें कोई नया नागरिक कर्मचारी नहीं होगा।